सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – सौ. पुष्पा प्रभुदेसाई – अभिनंदन ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

सौ.पुष्पा प्रभुदेसाई

💐अ भि नं द न 💐

विश्व योग दर्शन  केंद्र, मिरज या संस्थेतर्फे आयोजित  योग निबंध स्पर्धेत आपल्या समुहातील  ज्येष्ठ  लेखिका सौ.पुष्पा प्रभुदेसाई यांना प्रथम पुरस्कार  प्राप्त  झाला आहे.

💐  ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील लेखनासाठी शुभेच्छा.💐

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचनाएँ/Information ☆ साहित्य की दुनिया – अग्ग दी इक बात यानी बात अमृता प्रीतम की ☆ प्रस्तुति – श्री कमलेश भारतीय ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌹 साहित्य की दुनिया – श्री कमलेश भारतीय  🌹

(साहित्य की अपनी दुनिया है जिसका अपना ही जादू है। देश भर में अब कितने ही लिटरेरी फेस्टिवल / पुस्तक मेले / साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने लगे हैं । यह बहुत ही स्वागत् योग्य है । आपको इन गतिविधियों की जानकारी देने की कोशिश ही है – साहित्य की दुनिया)

☆ अग्ग दी इक बात यानी बात अमृता प्रीतम की — कमलेश भारतीय ☆

अमृता प्रीतम एक ऐसी आग जिसने साहित्य के क्षेत्र में अपना नाम बनाया । जितना अमृता का साहित्य चर्चित था, उतनी ही उसकी ज़िंदगी भी चर्चा में रही । फिर चाहे वह प्रसिद्ध शायर और फिल्मी गीतकार साहिर लुध्यानवी हों या फिर इमरोज़ यानी इंदर ! यह बात तो खुद अमृता प्रीतम ने अपनी पुस्तक ‘रसीदी टिकट’ में स्वीकार की है कि वह साहिर लुध्यानवी से बेहद प्यार करती थीं और उनके जाने के बाद साहिर के सिगरेट के बचे हुए टुकड़े खुद पीती थीं । फिर साहिर फिल्म नगरी मुम्बई चले गये और अमृता प्रीतम की ज़िंदगी में आये इमरोज़, जो एक पेंटर आर्टिस्ट थे और अमृता की पत्रिका ‘नागमणि’ के डिजाइन में सहयोग ही नहीं करते थे बल्कि अपना जीवन ही अमृता को अर्पण कर दिया । साहित्य के क्षेत्र में पंजाबी में अमृता प्रीतम पहली लेखिका थीं, जिसे अकादमी अवार्ड मिला और जिसे विदेशों में महिला लेखन का प्रतिनिधित्व करने भेजा गया ! अमृता प्रीतम पंजाब के नये लेखकों को भी मंच देने के साथ साथ उन्हें तराशने का काम भी कर रही थीं ।

जहां अमृता प्रीतम के साहित्य में इतने चर्चे थे, वहीं उसके निजी जीवन को लेकर समाज में उसकी बुराई-निंदा की जा रही थी लेकिन अमृता प्रीतम अपने मन के अनुसार जीती रही और इमरोज़ ने अमृता को उदास पलों में हौंसला दिया । इमरोज़ जैसा समर्पण आज एक अनुपम उदाहरण बन गया है । क्या कोई ऐसे भी अपनी ज़िंदगी का मकसद किसी दूसरे को अर्पण कर देता है तो ? इमरोज़ ने भी कविता लिखनी शुरू कर दी थी अमृता के संग साथ के रंग में रंग जाने पर ! सचमुच ही अमृता प्रीतम आग की इक बात ही तो थी ! उसी की बात उसके जीवन पर आधारित इस नाटक में बहुत ही शानदार तरीके से की गयी है।

अमृता प्रीतम इमरोज़ से कहती है कि मेरा पता है, जहां आज़ाद रूह मिल जाये ! इस तरह अमृता एक आज़ाद रूह थी और महिला लेखन को और महिला को बहुत ऊंचाई दी ।

अमृता प्रीतम की भूमिका पंजाब 🎓, चंडीगढ़ के इंडियन थियेटर विभाग की अध्यक्षता व थियेटर आर्टिस्ट डाॅ नवदीप कौर ने निभाई जबकि साहिर लुध्यानवीइमरोज़ के दोनों रूपों में टीकम जोशी ने बखूबी निभाये और नाटक का निर्देशन भी दोनों ने संयुक्त रूप से किया । थियेटर विभाग के कुछ छात्रों ने बैक स्टेज में अपना योगदान दिया !

अंत अमृता प्रीतम की कविता’ मैं तैनूं फेर मिलांगी’ के साथ होता है, जो अमृता ने इमरोज़ के लिए लिखी थी जबकि उसकी बहुचर्चित कविता ‘ इक रोई सी धी पंजाब दी, तू लिख लिख मारे वैन, अज्ज लक्खां धीयां रोंदियां….

सच, यह प्रस्तुति याद रहने लायक है और दसवें रंग आंगन नाट्योत्सव की एक यादगार प्रस्तुति कही जायेगी । बहुत प्रभावशाली !

साभार – श्री कमलेश भारतीय, पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी

संपर्क – 1034-बी, अर्बन एस्टेट-।।, हिसार-125005 (हरियाणा) मो. 94160-47075

(आदरणीय श्री कमलेश भारतीय जी द्वारा साहित्य की दुनिया के कुछ समाचार एवं गतिविधियां आप सभी प्रबुद्ध पाठकों तक पहुँचाने का सामयिक एवं सकारात्मक प्रयास। विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)  

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी’ की कहानी “बग की आत्मकथा” कक्षा छठी की पुस्तक में सम्मिलित – अभिनंदनन☆

☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी’ की कहानी “बग की आत्मकथा” कक्षा छठी की पुस्तक में सम्मिलित – अभिनंदन ☆

रतनगढ़ (निप्र)। एमिटी यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित जागृति हिंदी पाठमाला कक्षा 6 की पुस्तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के नीति निर्देशन के तहत प्रकाशित की गई। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की पाठ्यचर्या के निर्देश अनुसार कठिन मापदंडों की कसौटी पर खरी पाए जाने पर इसमें विभिन्न रचनात्मक पाठ्य सामग्री को सम्मिलित करते हुए इस पुस्तक को कई दौर की कसौटी पर कसने के उपरांत तैयार किया गया है।

इस पुस्तक में हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकारों की रचनाओं के बीच ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ की रचना पाठ्यक्रम में प्रकाशित की गई हैं। प्रसिद्ध साहित्यकारों के बीच ओमप्रकाश क्षत्रिय की रचना प्रकाशित होना बहुत बड़ी बात है।

इस पुस्तक में डॉ रामकुमार वर्मा, हरिकृष्ण प्रेमी, निरंकार देव सेवक, जयशंकर प्रसाद, मैथिलीशरण गुप्त, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, सियाराम शरण गुप्त, महावीर प्रसाद द्विवेदी, हरिवंश राय बच्चन, भगवत शरण उपाध्याय, आरके नारायण, विष्णु शर्मा के बीच कक्षा छठी की पुस्तक के हिंदी पाठ्यक्रम में ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ की कहानी- बग की आत्मकथा सम्मिलित की गई है। इन्हीं के साथ डॉक्टर प्रमिला चोपड़ा सहित साहिर लुधियानवी, बेढंग बनारसी, भदंत आनंद कौशल्यायन की रचना भी सम्मिलित की गई है।

आपकी इस उपलब्धि पर साहित्यकार साथियों और ईष्ट मित्रों ने हार्दिक बधाई दी है।

💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई 💐

≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ प्रणेता साहित्य न्यास द्वारा श्रीमती एवं श्री खुशहाल सिंह पयाल स्मृति सम्मान 2024 हेतु प्रकाशित काव्य संग्रह आमंत्रित ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

श्री एस. जी. एस. सिसोदिया

🌹प्रणेता साहित्य न्यास द्वारा श्रीमती एवं श्री खुशहाल सिंह पयाल स्मृति सम्मान 2024 हेतु प्रकाशित काव्य संग्रह आमंत्रित 🌹

प्रणेता साहित्य न्यास द्वारा श्रीमती एवं श्री खुशहाल सिंह पयाल स्मृति सम्मान 2024 हेतु जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2023 तक प्रकाशित सभी पद्य रचनाओं की कृति आमंत्रित हैं।

1. रचनाएँ काव्य के किसी भी रूप (कविता, हाइकु, दोहे, खण्ड काव्य, महा काव्य, गीत, आदि) में हो सकती हैं।

2. इस सम्मान हेतु कृपया प्रणेता साहित्य न्यास के सदस्य ही अपनी कृति प्रेषित करें। जिन साहित्यकारों की सदस्यता नहीं है और इस सम्मान हेतु अपनी कृति प्रेषित करना चाहते हैं, वे संस्थान की सदस्यता ग्रहण करने के उपरांत अपनी कृति प्रेषित कर सकते हैं। इस हेतु वे संस्थान के महासचिव अथवा अध्यक्ष से सम्पर्क कर सकते हैं।

3. पुरस्कार प्राप्ति हेतु रचनाकार की उपस्थिति अनिवार्य है।

4. पुरस्कृत रचनाकार को प्रथम पुरस्कार के रूप में 2100/- व द्वितीय पुरस्कार के रूप में 1500 और तृतीय पुरस्कार के रूप में 1100 धनराशि, अंग वस्त्र तथा सम्मान पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

5. दिल्ली या दिल्ली से बाहर के रचनाकारों को किसी प्रकार का यात्रा-भत्ता एवं निवास-स्थान संस्था द्वारा उपलब्ध नहीं करवाया जाएगा।

6. प्रत्येक कृति की दो प्रतियों के साथ, साहित्यकार का साहित्यिक परिचय, दो पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ पुस्तक के साथ भेजना अनिवार्य है।

7. प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2024 है।

8. प्रविष्टि भेजने का स्थान – अध्यक्ष, प्रणेता साहित्य संस्थान, 1654 – टाइप 4, दिल्ली आवासीय परिसर, गुलाबी बाग़, दिल्ली-110007

अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें-

1. एस. जी. एस. सिसोदिया, अध्यक्ष, मो. -9868917588 ईमेल – [email protected]

2. श्रीमती शकुंतला मित्तल, महासचिव, मो. 9910809231

 ≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – सुश्री दीप्ती कुलकर्णी – अभिनंदन ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

 

सुश्री दीप्ती कुलकर्णी 

💐अ भि नं द न 💐

आपल्या समुहातील ज्येष्ठ साहित्यिका कवयित्री दीप्ती कुलकर्णी यांच्या खोल डोहाच्या तळातून या काव्यसंग्रहाचे प्रकाशन नुकतेच कोल्हापूर येथे संपन्न झाले.

💐  ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील लेखनासाठी शुभेच्छा.💐

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – सुश्री सुमन किराणे – अभिनंदन ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

सुश्री सुमन किराणे

💐अ भि नं द न 💐

आपल्या समुहातील  ज्येष्ठ  लेखिका सुमन किराणे यांची प्रवास  वर्णनाची चार पुस्तके एकच वेळी जानेवारी महिन्यात प्रकाशित झाली आहेत.

💐  ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील लेखनासाठी शुभेच्छा.💐

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचनाएँ/Information ☆ जुझारू साहित्यकार डॉ.राजकुमार शर्मा अनंत में विलीन ☆ विनम्र श्रद्धांजलि ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🙏 💐 जुझारू साहित्यकार डॉ.राजकुमार शर्मा अनंत में विलीन – विनम्र श्रद्धांजलि 💐🙏

28/1/24 को शाम 8 बजे,  डॉ. राजकुमार शर्मा, जो प्रयागराज के विख्यात साहित्यकार थे, हमें छोड़कर चले गए। उन्होंने अपना पूरा जीवन हिंदी साहित्य को समर्पित किया और उनका योगदान अविस्मरणीय है। हमें एक महान साहित्यिक की कमी महसूस होगी, परंतु उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।

डॉ राजकुमार शर्मा प्रयागराज के उन वयोवृद्ध साहित्यकारों में से थे जिन्होने अपना पूरा जीवन हिंदी साहित्य को समर्पित कर दिया। देवबंद सहारनपुर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए संभवत: 1956 में आए थे, इनको इलाहाबाद का साहित्यिक वातावरण इतना रुचा कि फिर यहीं के होकर रह गए।  उन्होंने त्रिवेणी प्रकाशन की स्थापना की और अनेक लेखकों साहित्यकारों की पुस्तकों का प्रकाशन किया।

उन्होंने सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के संस्मरण पुस्तक लिखी। इसके अलावा देवता नहीं हूं मैं, मुक्तक शतक, रावण की निगाहें उनकी कहानियों और कविताओं के  संकलन भी प्रकाशित हुये । वे जीवन पर्यन्त निःस्वार्थ भाव से साहित्यसेवा में निरंतर लगे रहे।

उन्होंने अखिल भारतीय हिन्दी सेवी संस्थान की स्थापना की जिसके माध्यम से वे अनेक वर्षो से इलाहाबाद में साहित्यिक कार्यक्रमों के आयोजन करते रहे। महादेवी वर्मा के साथ साहित्यकार पत्रिका का सम्पादन भी किया।

उनकी धर्मपत्नी, श्रीमती सरोज शर्मा, भी एक उत्कृष्ट कवयित्री और लेखिका थीं। गत वर्ष 5 अक्टूबर को उनका भी देहांत हो गया था। उनके परिवार तीन बेटियां और एक पुत्र है। 

🙏 ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ राजकुमार शर्मा जी को विनम्र श्रद्धांजलि 🙏

 ≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ हिंदी विभाग द्वारा मॉडर्न महाविद्यालय में राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न ☆ प्रस्तुति – डॉ प्रेरणा उबाळे ☆

सूचना/Information

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌸 हिंदी विभाग द्वारा मॉडर्न महाविद्यालय में राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न 🌸

हिंदी विभाग, मॉडर्न कला,  विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला का भव्य एवं प्रासंगिक आयोजन, सार्थक-परिपूर्ण व्याख्यान, अध्ययनशील श्रोता वर्ग के सुंदर संमिश्रण के साथ मॉडर्न महाविद्यालय के स्वरसम्राज्ञी लता मंगेशकर सभागार में 28 जनवरी 2024 को संपन्न हुआ l इस कार्यशाला हेतु बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, शिवाजीनगर, पुणे ने हिंदी विभाग को 15,000 /- रुपयों का प्रायोजकत्व प्रदान किया था l    

हिंदी विभाग द्वारा अनुवाद के साहित्य और साहित्येतर क्षेत्रों में वर्तमान समय में बढती माँग के कारण इस क्षेत्र के विविध रोजगार के अवसर और अनुवाद का आरंभ, पूर्ण प्रक्रिया, पुस्तक निर्माण-प्रकाशन आदि के संदर्भ में सार्थक चर्चा करने के उद्देश्य से इस राज्यस्तरीय अनुवाद की कार्यशाला का आयोजन किया गया था l

प्रस्तुत कार्यशाला में मराठी-हिंदी के वरिष्ठ अनुवादक श्री. गणेश विसपुते जी ने ‘अनुवाद और सृजनात्मकता’, उपप्रबंधक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, शिवाजीनगर, पुणे और हिंदी के प्रसिद्ध कहानीकार डॉ. राजेंद्र श्रीवास्तव जी ने ‘अनुवाद की सैद्धांतिक प्रक्रिया’, मराठी-हिंदी के सुप्रसिद्ध अनुवादक डॉ. गोरख थोरात जी ने ‘साहित्यिक अनुवाद’ और अंग्रेजी-मराठी के लेखक-अनुवादक प्रमोद मुजुमदार जी ने ‘साहित्येतर अनुवाद के विभिन्न क्षेत्र’ विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया तथा उपस्थित अध्येताओं को मार्गदर्शन किया l  सभी वक्ताओं ने प्रत्यक्ष अभ्यास भी उपस्थित प्रतिभागियों से करवाया l             

कार्यशाला का संयोजन हिंदी विभागप्रमुख डॉ. प्रेरणा उबाळे ने किया तथा हिंदी विभाग की सक्रियता के संदर्भ में डिजिटल प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया और अनुवाद कार्यशाला के आयोजन की भूमिका प्रस्तुत की l महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव ने  सभी अतिथियों का स्वागत किया l साथ ही हिंदी विभाग के सफल आयोजन पर बहुत संतुष्टि जताई l

इस कार्यशाला में पुणे तथा लातूर, मुंबई, ठाणे, वर्धा, कोंकण आदि स्थानों से छात्र, प्राध्यापक, राजभाषा अधिकारी आदि 55 प्रतिभागी सम्मिलित हुए l सभी ने संपूर्ण आयोजन और वक्ताओं के व्याख्यान की प्रशंसा करते हुए अच्छी प्रतिक्रियाएं दी l कार्यशाला का मंचसञ्चालन हिंदी विभाग की प्रा. सारिका मुंद्रा ने किया l समन्वयक के तौर पर प्रा. मुमताज पठान और प्रा. सूरज बिरादार तथा हिंदी विभाग की छात्र समिति ने कार्य किया l

 साभार – डॉ. प्रेरणा उबाळे

अध्यक्ष, हिंदी विभागाध्यक्षा

संपर्क – मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर,  पुणे ०५ मो – 7028525378 /

ईमेल – [email protected][email protected]

 ≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ व्यंग्यम की मासिक गोष्ठी संपन्न ☆ प्रस्तुति – श्री जय प्रकाश पाण्डेय ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

श्री जय प्रकाश पाण्डेय

🌹व्यंग्यम की मासिक गोष्ठी संपन्न🌹

जबलपुर। व्यंग्य विधा के उन्नयन के लिए समर्पित ‘व्यंग्यम’ जबलपुर द्वारा अपनी मासिक गोष्ठी का आयोजन जय नगर स्थित पाण्डेय निवास में किया गया | जिसमें श्री सुरेश “विचित्र” द्वारा ‘राजनीति में सब जायज है’श्री ओ. पी.  सैनी द्वारा ‘झंडा’, श्री रमाकांत ताम्रकार द्वारा ‘पोस्ट ऑफिस’, श्री जय प्रकाश पाण्डेय द्वारा ‘मामा के ढाबे में चुनाव अखाड़ा’, श्री अभिमन्यु जैन द्वारा ‘शहर हुआ शराबखाना’ तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए देश के प्रख्यात व्यंग्यकार प्रोफेसर श्री कुंदन सिंह परिहार द्वारा ‘सुरक्षित सम्मान की गारंटी’ व्यंग्य का पाठ करते हुए मजाज़ के लेखन पर चर्चा की।. 
कार्यक्रम के अंत में ख्यातिलब्ध कवि स्व. मलय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । कार्यक्रम का संचालन श्री रमाकांत ताम्रकार ने तथा आभार प्रदर्शन श्री अभिमन्यु जैन ने किया।

साभार –  श्री जय प्रकाश पाण्डेय

416 – एच, जय नगर, आई बी एम आफिस के पास जबलपुर – 482002  मोबाइल 9977318765  

 ≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला, 28 जनवरी 2024 ☆ प्रस्तुति – डॉ प्रेरणा उबाळे ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌸 राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला (हिंदी, मराठी,अँग्रेजी (सभी के लिए खुला)) 28 जनवरी 2024 ☆ प्रस्तुति – डॉ प्रेरणा उबाळे 🌸

प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसायटी के मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), (हिंदी विभाग), छत्रपति शिवाजीनगर, पुणे – 05 एवं शब्दसृष्टि भारतीय साहित्य, कला व सांस्कृतिक प्रतिष्ठान तथा डॉ. विजया स्मृति अंतरराष्ट्रीय अनुवाद एवं अनुसंधान केंद्र, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में सभी शाखाओं के छात्र, प्राध्यापक, अनुवादक आदि के लिए राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला (हिंदी, मराठी, अँग्रेजी भाषा के संदर्भ में) आयोजित है। 

विशेष –

🌺 प्रातः  9.30 से सायं. 5.00 बजे  तक

🌺 साहित्य अकादमी पुरस्कृत अनुवादकों का मार्गदर्शन

🌺 राज्यस्तरीय एकदिवसीय अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला का प्रमाणपत्र

🌺 250/- रुपयों की अनुवाद की पुस्तक भेंट

🌺 भोजन और चाय की व्यवस्था मौजूद

🌺 पंजीकरण शुल्क – रू 500/-

🌺 कार्यशाला का स्थल- स्वरसम्राज्ञी लता मंगेशकर सभागृह, मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 411005

अनुवाद प्रशिक्षण कार्यशाला में सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए निम्न गूगल फार्म भरें।

गूगल फार्म का लिंक 👇🏻

https://forms.gle/LovMREjgP7FaE3367  

अधिक जानकारी हेतु संपर्क –

डॉ. प्रेरणा उबाळे

अध्यक्ष, हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर,  पुणे ०५

संपर्क – मो – 7028525378 /

ईमेल – [email protected][email protected]

 ≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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