सूचनाएँ/Information ☆ श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश” जी के मुख्य आतिथ्य में नेपाल-भारत हिंदी शिक्षक एवं साहित्यकार सम्मेलन २०२२ संपन्न – अभिनंदन ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌹 श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश” जी के मुख्य आतिथ्य में नेपाल-भारत हिंदी शिक्षक एवं साहित्यकार सम्मेलन २०२२ संपन्न – अभिनंदन 🌹

नेपाल की राजधानी काठमांडू में 1 नवंबर 2022 को नेपाल भारत हिंदी शिक्षक एवं साहित्य सम्मेलन संपन्न हुआ। जिसका उद्घाटन एवं मुख्य अतिथ्य आदरणीय हिरा चंद्रा जी स्वास्थ एवं जनसंख्या मंत्री – नेपाल सरकार, विशेष अतिथि आदरणीय सतेंद्र दहिया अताशे (हिंदी एवं संस्कृति) भारतीय दूतावास, काठमांडू, सम्मेलन की अध्यक्षता आदरणीय डॉ. मंचला कुमारी झा केंद्रीय हिंदी विभाग – त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू, प्रमुख अतिथि आदरणीय -लोकेंद्र सेर्पाली, सेंट्रल कमिटी मेंबर- पी. एस.पी, नेपाल, आदरणीय डॉ. नंदलाल चौधरी संचालक – द रॉयल गोंडवाना पब्लिक स्कूल, नागपूर – भारत, आदरणीय श्रीमान प्रभाकर ढगे, संपादक – इन गोवा 24×7 न्यूज चैनल – गोवा भारत, आदरणीय ओमप्रकाश क्षत्रिय, बाल साहित्यकार मध्यप्रदेश- भारत के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में 80 भारतीय और 50 नेपाली शिक्षक व साहित्यकारों ने भाग लिया। जिसमें मध्यप्रदेश आमंत्रित श्रीमती गीता क्षत्रिय को शिक्षा भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। साथी श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश को प्रमुख अतिथि के रूप में शाल, रुद्राक्ष माला द्वारा सम्मानित किया गया

संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ हेलमेट न पहनने वालों को सीख देती श्री विजय कुमार की लघुकथा ‘चालान’ पर बनी लघु फिल्म – श्री पंकज शर्मा ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

श्री विजय कुमार

🌹 हेलमेट न पहनने वालों को सीख देती श्री विजय कुमार की लघुकथा ‘चालान’ पर बनी लघु फिल्म – श्री पंकज शर्मा🌹

अंबाला : अंबाला छावनी के साहित्यकार व ‘शुभ तारिका’ मासिक पत्रिका के उप-संपादक श्री विजय कुमार की लघुकथा ‘चालान’ पर विख्यात फिल्म निर्माता और अभिनेता अनिल पतंग द्वारा बनाई गई लघु फिल्म खूब प्रशंसा बटोर रही है। यूट्यूब चैनल पर दिखाई जा रही इस लघु फिल्म को देशभर के दर्शक तो पसंद कर ही रहे हैं, विदेशों में रह रहे भारतीय दर्शक भी इसे पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म में अनिल पतंग, मनोरंजन मधुकर एवं विनायक राजा रंजन ने जीवंत अभिनय किया है। वस्त्र विन्यास/मेकअप/कैमरा संभाला है राकाश्री ने। कला निर्देशक श्री राजीव रंजन हैं।


श्री विजय कुमार द्वारा लिखित ‘चालान’ लघुकथा में मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर न चलने वालों का चालान काटने को दर्शाया गया है। वैसे तो चालान काटना आम बात है लेकिन इस लघुकथा में चालान काटने का जो कारण कॉन्स्टेबल द्वारा बताया गया है, वह अपने आपमें एक शिक्षाप्रद संदेश देता है । ज्यादातर लोगों की नजरों में चालान काटने को लेकर पुलिस की छवि काफी खराब दिखाई जाती है लेकिन इस लघु फिल्म में लेखक श्री विजय कुमार ने इस छवि को कुछ अलग ही अंदाज में पेश किया है। चालान काटने को लेकर जब कांस्टेबल मोटरसाइकिल चालक को बताता है कि इंस्पेक्टर साहब के सख्त आदेश हैं कि कागज कुछ कच्चे भी हों तो चलेगा किंतु जो लोग हेलमेट नहीं पहनते हैं उन्हें कभी माफ नहीं करना। जब मोटरसाइकिल सवार कांस्टेबल से पूछता है कि ऐसा क्यों? तो कॉन्स्टेबल उसे कारण भी बताता है। कारण जानने के बाद मोटरसाइकिल सवार भी समझ जाता है और जो दर्शक फिल्म देख रहे हैं वह भी समझ जाते हैं कि हेलमेट न पहनने वालों का चालान तो अवश्य ही होना चाहिए। जो कारण कॉन्स्टेबल द्वारा बताया गया है उससे पुलिस का एक अलग ही रूप सामने आता है। जिन्होंने इस फिल्म को नहीं देखा है, कृपया वे अवश्य देखें कि इंस्पेक्टर साहब ने ऐसा क्यों किया?

पटना के अनिल पतंग जी द्वारा हिंदी लघुकथा के लिए लघु फिल्म बनाकर जन जन तक पहुंचाने के इस कार्य को कदापि भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि यूट्यूब पर लोड की गई फिल्मों को कभी भी देखा जा सकता है।

पटना के श्री अनिल पतंग जी दूरदर्शन के अधिकारी पद से सेवानिवृत्त होने के पश्चात इस कार्य में लगातार सक्रिय हैं। फिल्म निर्माण, अभिनय, पटकथा लेखन, काव्य लेखन भी निरंतर कर रहे हैं।

श्री विजय कुमार जी डॉ. महाराज कृष्ण जैन द्वारा स्थापित ‘कहानी लेखन महाविद्यालय’ एवं पत्रिका ‘शुभ तारिका’ से काफी समय से जुड़े हुए हैं। श्री विजय कुमार जी ने बताया कि इस वर्ष ‘शुभ तारिका’ ने अपने नियमित प्रकाशन के 50 वर्ष पूरे किए हैं तथा दिसंबर में ‘शुभ तारिका’ का ‘स्वर्ण जयंती विशेषांक’ भी प्रकाशित होने वाला है। इसके लिए मैं पत्रिका के संपादक श्रीमती उर्मि कृष्ण एवं श्री विजय कुमार जी को बधाई देता हूँ।

‘कहानी लेखन महाविद्यालय’ डॉ. महाराज कृष्ण जैन जी ने सन् 1964 में स्थापित किया था तथा इससे पत्राचार द्वारा लेखन के कोर्स भी कराए जा रहे हैं।

साभार –श्री पंकज शर्मा, अंबाला शहर।

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – ई-अभिव्याक्ति – दीपावली विशेषांक 2022 ☆

ई-अभिव्याक्ति – दीपावली विशेषांक 2022

प्रिय मित्रो,

हमने विगत 15 अक्तूबर 2022 को 4 सफल वर्ष पूर्ण किए और आपकी प्रिय वेबसाइट पर 4,79,000+ विजिटर्स विजिट कर चुके हैं।  

आपकी बहुप्रतीक्षित पत्रिका के दीपावली विशेषांक 2022 का प्रवेशांक आप सभी को सादर समर्पित है। 

ई-अभिव्यक्ती (मराठी) के दीपावली विशेषांक का प्रकाशन 20 अक्तूबर 2022 को प्रकाशित किया जिसे अभूतपूर्व प्रतिसाद एवं स्नेह मिला। ऐसा ही स्नेह एवं प्रतिसाद दीपावली विशेषांक 2022 के हिन्दी संस्कारण की अपेक्षा है। 

इस फ्लिपबूक की तकनीकी को समझने एवं क्रियान्वित करने की प्रक्रिया का प्रथम अनुभव था। इस दौरान अपने कई प्रिय लेखकों की रचनाएँ हम प्रकाशित न कर सके जिसका हमें अत्यंत दुख है। आशा है आप हमारी  असमर्थताओं को समझते हुए क्षमा करेंगे। भविष्य में हम प्रयास करेंगे कि आप सब की रचनाएँ अगले विशेषांकों में  समाहित कर सकें।

आपकी प्रतिक्रियाएँ हमें प्रेरणा देंगी।  अप सभी का पुनः आभार।  

हेमन्त बावनकर 

संपादक मण्डल 

ई-अभिव्यक्ति 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक २०२२ ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक – २०२२ 

🕯  संपादकीय निवेदन 🕯

 

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक २०२२ – फराळ दिवाळी – अक्षर दिवाळी☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

🕯  संपादकीय निवेदन 🕯

🕯 ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक 🕯

फराळ दिवाळी – अक्षर दिवाळी

सुगंधी उटण्याच्या वातावरणात फराळाचा आस्वाद घेताना तुमचा आनंद द्विगुणीत करण्यासाठी आम्ही घेऊन येत आहोत साहित्याचा नजराणा! अक्षरांच्या दीपांनी तुमचे मन उजळवून टाकायला!

*प्रतिक्षा संपली आता
अभिव्यक्ती येता हाता*

ई अभिव्यक्तीचा पहिला वहिला ई-दिवाळी अंक शब्दसौंदर्याने नटून थटून येत आहे तुमच्या हाती,अगदी लवकरच.

अगदी कुठेही वाचा—

तुमच्यास्मार्टफोनवर, लॅपटॉप, काॅम्प्युटर, आय फोन, टॅबलेटवर, अगदी कुठेही. कारण हा आहे स्मार्ट वाचकांचा स्मार्ट दिवाळीअंक!

विशेष म्हणजे क्यू.आर.कोड सुद्धा मिळणार आहे स्कॅनिंगसाठी.

आता तयार ठेवा तुमचे मोबाईल आणि लॅपटॉप आणि घ्या आनंद या आगळ्यावेगळ्या अंकाचा.पाठवा आपल्या रसिक वाचक मित्रांना आणि वाढवा आनंद दिवाळीचा.

…..आणि हा अमूल्य खजिना अगदी विनामूल्य बरं का!

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचनाएँ/Information ☆ हिंदी के छात्र- लेखकों की “कहानी वाचन और विश्लेषण” – नवीन प्रयोगशाला – वाचन प्रेरणा दिवस आयोजित –  डॉ. प्रेरणा उबाळे, मॉडर्न महाविद्यालय ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌹 हिंदी के छात्र- लेखकों की “कहानी वाचन और विश्लेषण” – नवीन प्रयोगशाला : – वाचन प्रेरणा दिवस आयोजित –  डॉ. प्रेरणा उबाळे 🌹

दिनांक 15 अक्टूबर, राष्ट्रीय वाचन प्रेरणा दिन के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग के सभी प्राध्यापकों ने अपनी-अपनी कक्षाओं में छात्रों द्वारा रचित कहानियों का वाचन करावाया l
प्रा. असीर मुलाणी जी ने तृतीय वर्ष कला की कक्षा के छात्रों से तो प्रा. संतोष तांबे जी ने प्रथम वर्ष वाणिज्य की कक्षा में कहानी वाचन करवाया तथा इन सभी का समापन डॉ. प्रेरणा उबाळे जी ने प्रथम वर्ष कला, द्वितीय वर्ष कला ( हिंदी विशेष) की कक्षा में किया l साहित्यकार के लेखन की छटपटाहट, अनुभव को शब्दांकित करने की प्रक्रिया, लेखन की शैली आदि विषयों पर डॉ. प्रेरणा उबाळे, हिंदी विभागाध्यक्ष जी ने प्रकाश डाला l

हिंदी विभाग द्वारा आयोजित “कहानी वाचन और विश्लेषण” के अंतिम समापन में हिंदी के हमारे प्रिय छात्र लेखकों ने स्वरचित लघुकथाओं को पढ़कर आज गंभीर साहित्यिक माहौल बना दिया l

प्रथम वर्ष कला के छात्र सुमेध ने अपनी “लम्हा” नामक कहानी पढ़कर सभी छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया l जीवन सत्य घटना को उसने कहानी के रूप में बहुत सुंदरता से अंकित कर सभी को प्रभावित कर दिया l इसी के समान प्रथम वर्ष कला की छात्रा प्राची जोशी ने अपनी काव्यात्मक कथा को सबके सम्मुख रखा l इन छात्रों की कथाओं को अन्य सभी छात्रों ने खूब सराहा l

पिछले वर्ष हमारे दृष्टिबाधित छात्रों ने अपने पुस्तक वाचन के अनुभवों को साझा किया था l आज एक चरण और आगे बढ़कर हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 05 ने छात्र लेखकों की कहानियों का पाठ आयोजित किया l आज के कार्यक्रम में 70 से अधिक छात्रों ने उत्स्फूर्त सहभाग दर्शाया l

हिंदी कविताएँ लिखनेवाले छात्रों के समान आज हमें हिंदी कहानियाँ और लघुकथा लिखनेवाले लेखक मिल गए, यह हिंदी विभाग की आज की एक बड़ी उपलब्धि रही l

प्रस्तुति – डॉ. प्रेरणा उबाळे

हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञानऔर वाणिज्य महाविद्यालय, (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 05

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ?  

विवेचना थियेटर ग्रुप ( विवेचना, जबलपुर ) का 28 वां राष्ट्रीय नाट्य समारोह इस वर्ष 12 से 16 अक्टूबर 2022 तक आयोजित।

यह समारोह 5 दिवसीय है। इस समारोह में विवेचना ने विशेष नाटकों का चुनाव किया है।

पहले दिन 12 अक्टूबर को मुम्बई के कलाकार प्रसिद्ध फिल्म व टी वी कलाकार अशोक बांठिया के निर्देशन में ’लोमड़ियां’ नाटक मंचित हुआ। यह नाटक भारत व विदेशों में बार बार मंचित हुआ है।

दूसरे दिन आज 13 अक्टूबर को शैडो थियेटर ग्रुप के कलाकार युवा निर्देशक मनोज नायर के निर्देशन में मजेदार नाटक ’नेपथ्य में शकुन्तला’ नाटक मंचित करेंगे।यह एक हल्का-फुल्का हास्य नाटक है जो विशेष रूप से युवाओं के लिए तैयार किया गया है विवेचना ने सभी दर्शकों से और खास तौर पर छात्र छात्राओं से इस नाटक को देखने का आग्रह किया है।

तीसरे दिन 14 अक्टूबर शुक्रवार को चेतना रंगसमूह भोपाल के कलाकार बहुप्रशंसित नाटक ’बैटर हाफ’ का मंचन करेंगे। यह नाटक बुजुर्ग पति पत्नी के प्रेम और संघर्ष की कहानी है। यह नाटक प्रथम प्रदर्शन से ही बहुत सराहा गया है।

चौथे दिन 15 अक्टूबर 2022 को गाथा रंगमंच दिल्ली के कलाकार वरिष्ठ निर्देशक भूपेश जोशी के निर्देशन में महाकवि भास का क्लासिक खूबसूरत नाटक ’चारूदत्त’ प्रस्तुत करेंगे। यह नाटक अन्तर्राट्रीय भारत रंगमहोत्सव मेें मंचित हो चुका है।

पांचवें और अंतिम दिन 16 अक्टूबर को अंक मुम्बई के कलाकार स्व रनवीर सिंह का लिखा और स्व दिनेश ठाकुर द्वारा निर्देशित नाटक ’हाय मेरा दिल’ मंचित करेंगे। यह विशुद्ध हास्य नाटक है जिसके 1100 से अधिक प्रदर्शन हुए हैं।

यह समारोह तरंग प्रेक्षागृह में एम पी पावर मैनेजमेंट कं लि, केन्द्रीय क्रीड़ा व कला परिषद के सहयोग से आयोजित हो रहा है । नाटकों का मंचन प्रतिदिन संध्या 7.30 बजे होगा। इस अवसर पर चित्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी व प्रतिदिन प्लेटफाॅर्म प्रदर्शन होंगे।

विवेचना थियेटर ग्रुप की ओर हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार, मनु तिवारी, अजय धाबर्डे आदि ने सभी नाट्य प्रेमी दर्शकों से समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है।

हिमांशु राय
सचिव विवेचना

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ?  

मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हज़ारी लाल जैन स्मृति वांग्यमय लेखन पुरस्कार-२०२२ भोपाल के चिरपरिचित लेखक सुरेश पटवा को एक गरिमामय समारोह में मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा, पूर्व मुख्य सचिव और राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद दुबे की अध्यक्षता में प्रदान किया।

कैलाश पंत, मंत्री संचालक ने स्वागत उद्बोधन में हिंदी की देश और विदेश में सार्वभौमिकता को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा ने कहा कि भाषा संस्कृति की वाहक होती है। हिंदी को जनता ने बनाया है और विकसित कर रही है। इसलिए हिंदी का भविष्य उज्ज्वल है।

समारोह के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद जी ने राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हिंदीतर क्षेत्रों में हिंदी भाषा उन्नयन और विकास की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी ने संस्था की तरफ़ से अतिथि गणों और उपस्थित साहित्यकारों व कलाकारों का हृदय से आभार व्यक्त किया।

? ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए श्री सुरेश पटवा जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई ?

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ मॉडर्न महाविद्यालय (हिंदी विभाग) में  हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी संपन्न ☆ डॉ प्रेरणा उबाळे ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ मॉडर्न महाविद्यालय (हिंदी विभाग) में  हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी संपन्न ☆ डॉ प्रेरणा उबाळे

दिनांक 01 अक्टूबर 2022 को हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी में ” हिंदी भाषा और आधुनिक तकनीक” विषय पर प्रमुख वक्ता डॉ. राजेंद्र प्रसाद वर्मा जी (भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, हिंदी शिक्षण योजना, पुणे) का अत्यंत ज्ञानवर्धक व्याख्यान रहा l संगणक और मोबाइल में  भारतीय भाषाओं में ऑफलाइन टाइपिंग,  अनुवाद, वॉयस टाइपिंग,  G-board आदि के संदर्भ में महत्वपूर्ण फीचर्स पर अत्यंत सार्थक और सारगर्भित व्याख्यान दिया। संगणक पर यूनिकोड,  हिंदी सॉफ्टवेअर , प्रोग्रामिंग आदि पहलुओं पर भी विचार अभिव्यक्त किए l

डॉ.  राजेंद्र प्रसाद  वर्मा  जी के करकमलों से विज्ञापन प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ तथा प्राचार्य डॉ.  राजेंद्र झुंजारराव सर के शुभ हाथों से विज्ञापन प्रदर्शनी के चार सर्वोत्तम विज्ञापन,  लिखनेवाले प्रथम वर्ष कला हिंदी के छात्र अंजली बिड़ला,  गौरव  ढमाले, बिनीता  मोनडल , कोमल वाघमारे; प्रथम वर्ष वाणिज्य,  हिंदी के सर्वोत्तम निबंध लेखक छात्र साक्षी  वाघमारे, रोशनी कांबळे; द्वितीय वर्ष कला,   हिंदी के सर्वोत्तम समाचार विश्लेषक आदित्य  पडवळ, वैभवी नलावडे तथा तृतीय वर्ष कला हिंदी के  सर्वोत्तम आत्मकथा लेखक  छात्र मजहर शेख, आफ़शा मशायक को पुरस्कृत किया गया। 

कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर ने सभागार में उपस्थित सभी को संबोधित किया।  प्रस्तुत कार्यक्रम की भूमिका संयोजिका, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेरणा उबाळे ने सभी के सन्मुख रखी तथा  प्रमुख अतिथि और वक्ता डॉ.  राजेंद्र  वर्मा  जी  का परिचय दिया ।  हिंदी विभाग के प्रा. असीर मुलाणी और  प्रा.  संतोष तांबे  जी  ने  कार्यक्रम का संचालन किया l हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहें। संपूर्ण कार्यक्रम अत्यंत सुचारू ढंग से संपन्न हुआ l

डॉ. प्रेरणा उबाळे

सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर,  पुणे ०५

संपर्क – 7028525378 / [email protected]

 ≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ?

भोपाल, दुष्यंत स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में भोपाल के लेखक श्री सुरेश पटवा जी की लता मंगेशकर पर “सुरमयी लता” और कहानी संग्रह “प्रेमार्थ” पुस्तकों का लोकार्पण 29.09.2022 दिन गुरुवार को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर विकास दवे, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग के निदेशक ने की और मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी राजीव वर्मा उपस्थित रहे। कुमार सुरेश व्यंगकार सारस्वत अतिथि के रूप में मौजूद थे।

इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतज्ञ उल्हास तेलंग ने सुरमयी लता पुस्तक और वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम सक्सेना ने प्रेमार्थ कहानी संग्रह की समीक्षा प्रस्तुत की।

डॉक्टर विकास दवे जी  ने कहा कि- लता दीदी विलक्षण व्यक्तित्व थीं जिन्हें ईश्वर ने सरस्वती पुत्री रूप में सिरजा था। प्रेम के अनेकों रूपों को प्रेमार्थ पुस्तक में संजोया गया है।

राजीव वर्मा जी  ने उपस्थित साहित्यकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- पटवा जी का लेखन उत्कृष्ट कोटि का है जो पाठक को बांध कर रखता है। कुमार सुरेश जी ने पटवा जी के लेखन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उसे मौलिक लेखन बताया।

संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज जी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। आभार प्रदर्शन अशोक धमेनिया जी ने किया। कार्यक्रम का सुचारु संचालन गोकुल सोनी जी  ने किया। डॉक्टर मोहन तिवारी आनंद जी , बिहारी लाल सोनी अनुज जी एवं अन्य साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की और से श्री सुरेश पटवा जी का हार्दिक अभिनंदन 💐

≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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