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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

श्री विजय कुमार

🌹 हेलमेट न पहनने वालों को सीख देती श्री विजय कुमार की लघुकथा ‘चालान’ पर बनी लघु फिल्म – श्री पंकज शर्मा🌹

अंबाला : अंबाला छावनी के साहित्यकार व ‘शुभ तारिका’ मासिक पत्रिका के उप-संपादक श्री विजय कुमार की लघुकथा ‘चालान’ पर विख्यात फिल्म निर्माता और अभिनेता अनिल पतंग द्वारा बनाई गई लघु फिल्म खूब प्रशंसा बटोर रही है। यूट्यूब चैनल पर दिखाई जा रही इस लघु फिल्म को देशभर के दर्शक तो पसंद कर ही रहे हैं, विदेशों में रह रहे भारतीय दर्शक भी इसे पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म में अनिल पतंग, मनोरंजन मधुकर एवं विनायक राजा रंजन ने जीवंत अभिनय किया है। वस्त्र विन्यास/मेकअप/कैमरा संभाला है राकाश्री ने। कला निर्देशक श्री राजीव रंजन हैं।


श्री विजय कुमार द्वारा लिखित ‘चालान’ लघुकथा में मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर न चलने वालों का चालान काटने को दर्शाया गया है। वैसे तो चालान काटना आम बात है लेकिन इस लघुकथा में चालान काटने का जो कारण कॉन्स्टेबल द्वारा बताया गया है, वह अपने आपमें एक शिक्षाप्रद संदेश देता है । ज्यादातर लोगों की नजरों में चालान काटने को लेकर पुलिस की छवि काफी खराब दिखाई जाती है लेकिन इस लघु फिल्म में लेखक श्री विजय कुमार ने इस छवि को कुछ अलग ही अंदाज में पेश किया है। चालान काटने को लेकर जब कांस्टेबल मोटरसाइकिल चालक को बताता है कि इंस्पेक्टर साहब के सख्त आदेश हैं कि कागज कुछ कच्चे भी हों तो चलेगा किंतु जो लोग हेलमेट नहीं पहनते हैं उन्हें कभी माफ नहीं करना। जब मोटरसाइकिल सवार कांस्टेबल से पूछता है कि ऐसा क्यों? तो कॉन्स्टेबल उसे कारण भी बताता है। कारण जानने के बाद मोटरसाइकिल सवार भी समझ जाता है और जो दर्शक फिल्म देख रहे हैं वह भी समझ जाते हैं कि हेलमेट न पहनने वालों का चालान तो अवश्य ही होना चाहिए। जो कारण कॉन्स्टेबल द्वारा बताया गया है उससे पुलिस का एक अलग ही रूप सामने आता है। जिन्होंने इस फिल्म को नहीं देखा है, कृपया वे अवश्य देखें कि इंस्पेक्टर साहब ने ऐसा क्यों किया?

पटना के अनिल पतंग जी द्वारा हिंदी लघुकथा के लिए लघु फिल्म बनाकर जन जन तक पहुंचाने के इस कार्य को कदापि भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि यूट्यूब पर लोड की गई फिल्मों को कभी भी देखा जा सकता है।

पटना के श्री अनिल पतंग जी दूरदर्शन के अधिकारी पद से सेवानिवृत्त होने के पश्चात इस कार्य में लगातार सक्रिय हैं। फिल्म निर्माण, अभिनय, पटकथा लेखन, काव्य लेखन भी निरंतर कर रहे हैं।

श्री विजय कुमार जी डॉ. महाराज कृष्ण जैन द्वारा स्थापित ‘कहानी लेखन महाविद्यालय’ एवं पत्रिका ‘शुभ तारिका’ से काफी समय से जुड़े हुए हैं। श्री विजय कुमार जी ने बताया कि इस वर्ष ‘शुभ तारिका’ ने अपने नियमित प्रकाशन के 50 वर्ष पूरे किए हैं तथा दिसंबर में ‘शुभ तारिका’ का ‘स्वर्ण जयंती विशेषांक’ भी प्रकाशित होने वाला है। इसके लिए मैं पत्रिका के संपादक श्रीमती उर्मि कृष्ण एवं श्री विजय कुमार जी को बधाई देता हूँ।

‘कहानी लेखन महाविद्यालय’ डॉ. महाराज कृष्ण जैन जी ने सन् 1964 में स्थापित किया था तथा इससे पत्राचार द्वारा लेखन के कोर्स भी कराए जा रहे हैं।

साभार –श्री पंकज शर्मा, अंबाला शहर।

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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