श्री राजेन्द्र तिवारी

(ई-अभिव्यक्ति में संस्कारधानी जबलपुर से श्री राजेंद्र तिवारी जी का स्वागत। इंडियन एयरफोर्स में अपनी सेवाएं देने के पश्चात मध्य प्रदेश पुलिस में विभिन्न स्थानों पर थाना प्रभारी के पद पर रहते हुए समाज कल्याण तथा देशभक्ति जनसेवा के कार्य को चरितार्थ किया। कादम्बरी साहित्य सम्मान सहित कई विशेष सम्मान एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित, आकाशवाणी और दूरदर्शन द्वारा वार्ताएं प्रसारित। हॉकी में स्पेन के विरुद्ध भारत का प्रतिनिधित्व तथा कई सम्मानित टूर्नामेंट में भाग लिया। सांस्कृतिक और साहित्यिक क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय रहा। हम आपकी रचनाएँ समय समय पर अपने पाठकों के साथ साझा करते रहेंगे। आज प्रस्तुत है आपका एक अप्रतिम कविता  पकड़े गए कृष्ण भगवान।)

☆ कविता – पकड़े गए कृष्ण भगवान☆ श्री राजेन्द्र तिवारी ☆

बनी यशोदा जिलाधीश,

राधा पुलिस कप्तान,

पकड़े गए कृष्ण भगवान

 

एक ग्वालिन के घर जाकर,

माखन खाने लगे चुराकर,

जाग उठी वो चतुर सयानी,

पकड़ लिए हैं कान,

पकड़े गए कृष्ण भगवान.

 

बीच कचहरी में ले जाकर,

मुलजिम पेश किया ले जाकर,

हाथ बंधे थे,आरोपी के,

अधरों पर मुस्कान,

पकड़े गए कृष्ण भगवान.

 

जो जग के बंधन को खोले,

आज बंधा है,कुछ न बोले,

नजर झुका कर मां को देखे,

ममता का है ज्ञान

पकड़े गए कृष्ण भगवान.

 

मैय्या मैं नहीं माखन खायो,

ग्वाल बाल बरबस लिपटायो,

मैं बालक हूं सीधा सादा,

ये सब हैं शैतान,

पकड़े गए कृष्ण भगवान.

 

माता का भी दिल भर आया,

बंधन खोले,गले लगाया,

झर झर आंसू,बहे मात के,

लाल है मेरी जान,

पकड़े गए कृष्ण भगवान.

© श्री राजेन्द्र तिवारी  

संपर्क – 70, रामेश्वरम कॉलोनी, विजय नगर, जबलपुर

मो  9425391435

 संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/ ≈

Please share your Post !

Shares
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments