सौ.ज्योत्स्ना तानवडे

? कवितेचा उत्सव ?

☆ माऊली… ☆ सौ.ज्योत्स्ना तानवडे ☆

ज्ञानियांचा राजा | चैतन्याची पूजा |

कैवल्याच्या तेजा | प्रकाशितो ||१||

रेड्याच्या  मुखात | वेद वदवित |

तम उजळीत | अज्ञानाचा ||२||

ज्ञानेशाची ओवी | अनुभव घ्यावी |

भक्तिमार्ग दावी | संसारात ||३||

गीता सांगे लोका | ज्ञानयज्ञ करी |

सांगे ज्ञानेश्वरी | प्राकृतात ||४||

संतांचा प्रेरक | एकच साधक |

ज्ञानाचा दीपक | ज्ञानदेव ||५||

विश्वकल्याणास | मानियले खास |

पसायदानास | मागितले ||६||

ज्ञानोबा माऊली | महान उपाधी |

घेतली समाधी | संजीवन ||७||

© सौ.ज्योत्स्ना तानवडे

वारजे, पुणे.५८

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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