हेमन्त बावनकर

☆ सकारात्मक कविता – ब्रेस्ट मिल्क डोनर – माँ! ☆ हेमन्त बावनकर

( एक सच्ची घटना से प्रेरित )

सोशल मीडिया पर अनुरोध आया

आवश्यकता है

ब्रेस्ट मिल्क डोनर की

एक नवजात बच्ची को

जिसने खो दिया है

अपनी माँ – कोरोना महामारी में।

 

अगले ही क्षण

उत्तर आता है एक माँ का –

हाँ, मैं दे सकती हूँ।

 

सारा सोशल मीडिया

नतमस्तक हो गया

अश्रुपूर्ण नेत्रों से

उस माँ के प्रति।

 

अगले ही क्षण

उस प्यारी बच्ची को

एक निःसंतान युगल ने

गोद लेने की पेशकश भी कर दी

धर्म, जाति और रंगभेद

को दरकिनार कर।

 

सारा सोशल मीडिया

पुनः नतमस्तक हो गया

अश्रुपूर्ण नेत्रों से

उस युगल के प्रति।

 

मानवीय संवेदनाओं को नमन!

 

© हेमन्त बावनकर, पुणे 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

Please share your Post !

Shares
4.5 2 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

2 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
विवेक रंजन

जब तक बच्चे जन्म ले रहे हैं , ईश्वर निराश नही है हमसे

Sanjay k Bhardwaj

मनुष्यता बीज है, विसंगत स्थितियों में अवतरित होना जानती है। ..नमन।