काही अपरिहार्य कारणामुळे सोमवार दि. २१/१०/२४ ते रविवार दि. २७/१०/२४ पर्यन्त आपल्या ई-अभिव्यक्तीच्या दैनिक अंकाचे प्रकाशन केले जाणार नाही, याबद्दल दिलगीर आहोत. सोमवार दि. २८/१०/२४ पासून अंक नियमित प्रकाशित होईल. आपल्या सर्वांच्या सहकार्याची खात्री आहे.
कृपया सर्वांनी नोंद घ्यावी.
– संपादक मंडळ
ई – अभिव्यक्ती, मराठी विभाग
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ श्री सुरेश पटवा को कमलेश्वर सम्मान एवं श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को कन्हैयालाल नंदन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा – अभिनंदन ☆
भोपाल: दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय द्वारा प्रतिष्ठित साहित्यकारों को सम्मानित करने की परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष सुश्री ममता कालिया जी को दुष्यंत राष्ट्रीय अलंकरण, श्री सुरेश पटवा जी को प्रतिष्ठित कमलेश्वर सम्मान एवं श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी को बाल साहित्य के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए कन्हैयालाल नंदन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
दुष्यंत राष्ट्रीय अलंकरण ममता कालिया और सुरेश पटवा को कमलेश्वर सम्मान सहित कुल 14 विभूतियों को विभिन्न साहित्यिक श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा। यह समारोह दिसंबर माह में दुष्यंत संग्रहालय में आयोजित किया जाएगा।
ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ बाल साहित्य जगत का जाना-माना नाम हैं और उनकी रचनाओं ने बच्चों के मन में बाल साहित्य के पठन-पाठन के बीज बोए हैं। कन्हैयालाल नंदन सम्मान उन्हें मिलना बाल साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रमाणित करता है। स्मरणीय रहे कि कन्हैयालाल नंदन सम्मान बाल साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले साहित्यकार को दिया जाता है। जिसका निर्णय विद्वत जनों की गठित एक कमेटी द्वारा किया जाता है।
अन्य सम्मानित व्यक्ति:
दुष्यंत राष्ट्रीय अलंकरण: सुश्री ममता कालिया
कमलेश्वर सम्मान: श्री सुरेश पटवा
सुदीर्घ साधना सम्मान: श्री राधा वल्लभ त्रिपाठी
आंचलिक भाषा सम्मान: श्री परदेशी राम वर्मा
विठ्ठल भाई पटेल सम्मान: श्री डा वीणा सिन्हा
बालकवि बैरागी सम्मान: श्री दिनेश प्रभात
राजेश्वरी त्यागी सम्मान: श्री उषा खरे
आरएस तिवारी सम्मान: श्री उल्लास तेलंग
राजेंद्र जोशी सम्मान: श्री महेश परिमल
अखिलेश जैन सम्मान: श्री साकेत सहाय
बाबूराव गुजरे सम्मान: श्री गौरीशंकर गौरीश
एन लाल जैन सम्मान: श्री मोहन नागर
ब्रजभूषण शर्मा सम्मान: श्री विनोद जैन
यह सम्मान समारोह साहित्य जगत के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन होगा।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री सुरेश पटवा जी एवं श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
काही तांत्रिक कारणांमुळे सोमवार दि. १४/१०/२४ आणि मंगळवार दि. १५/१०/२४ या दोन दिवशी आपल्या दैनिक अंकाचे प्रकाशन होणार नाही. कृपया सर्वांनी याची नोंद घ्यावी. बुधवार दि. १६/१०/२४ पासून अंकाचे नियमित प्रकाशन होईल.
– संपादक मंडळ
ई – अभिव्यक्ती, मराठी विभाग
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’ जी को मिलेगा “डॉ गार्गीगुप्त अनुवाद श्री सम्मान” – अभिनंदन ☆
प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’ जीने श्रीमदभगवतगीता, रघुवंशम , मेघदूतम, एवं संस्कृत के अनेक श्लोको का श्लोक अनुसार हिंदी काव्य में छंद बद्ध सरस भावानुवाद किया है। पुस्तकें प्रकाशित हैं। संस्कृत न समझने वाली युवा पीढ़ी भी इस अनुवाद कार्य से इन विश्व ग्रथो का आनंद ले सकती है।
सतत अनुवाद पर कार्य कर रहे महत्वपूर्ण संस्थान भारतीय अनुवाद परिषद नई दिल्ली ने वर्ष 2018-19 हेतु 21000 रु का प्रतिष्ठित डॉ गार्गीगुप्त अनुवाद श्री सम्मानप्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव को प्रदान करने की घोषणा की है । उल्लेखनीय है कि प्रो श्रीवास्तव उम्र के दसवें दशक में भी सक्रिय साहित्यिक कार्य कर रहे हैं। आभार। बधाई।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’ जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
काही तांत्रिक कारणांमुळे सोमवार दि. १४/१०/२४ आणि मंगळवार दि. १५/१०/२४ या दोन दिवशी आपल्या दैनिक अंकाचे प्रकाशन होणार नाही. कृपया सर्वांनी याची नोंद घ्यावी. बुधवार दि. १६/१०/२४ पासून अंकाचे नियमित प्रकाशन होईल.
दसरा सणानिमित्त आपणास व आपल्या परिवारास मंगलमय शुभेच्छा..! 🌹💐🙏
– संपादक मंडळ
ई – अभिव्यक्ती, मराठी विभाग
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ कवयित्री डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक ‘साहित्य साधिका सम्मान’ से अलंकृत– अभिनंदन ☆
महिलाओं के लेखन को निरंतर प्रोत्साहित करने वाली संस्था “साहित्य साधिका समिति” द्वारा खंदारी स्थित होटल विक्रम पैलेस में लुधियाना की कवयित्री डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक को उनके सतत-सार्थक काव्य-सृजन, साहित्य की विभिन्न विधाओं में शोध परक आलेखों व भारत की अन्य क्षेत्रीय (प्रांतीय) भाषाओं में अनुवाद-कार्य के लिए ‘साहित्य साधिका सम्मान’ प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय कि डॉ. जसप्रीत कौर फ़लकउत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी लखनऊ, कन्हैयालाल माणिक लाल मुंशी हिंदी एवं भाषा विज्ञान विद्यापीठ आगरा और तारक सेवा संस्था वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘विश्व कल्याण में सिख धर्म का योगदान’ विषयक संगोष्ठी में विशिष्ट वक्ता के तौर पर आगरा गईं थीं।
‘साहित्य साधिका सम्मान’ से अभिभूत डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक ने सभी का आभार जताते हुए अपना परिचय कुछ इस प्रकार दिया-
“फ़िक्र-ओ-फन की मैं एक नाजुक डाली हूँ,
चढ़ते सूरज की मैं पहली लाली हूँ,
मेरी ग़ज़लों में है कशिश मुहब्बत की,
मैं ‘साहिर’ के शहर की रहने वाली हूँ।”
समारोह में आरबीएस कॉलेज आगरा की पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष, प्राचार्य एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुषमा सिंह, मासिक साहित्यिक पत्रिका ‘संस्थान संगम’ के संपादक अशोक अश्रु विद्यासागर, डॉ. सुनीता चौहान, श्रीमती मिथिलेश पाठक और नीलम रानी गुप्ता प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा निराला पुरस्कार से सम्मानित कवि कुमार ललित ने कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन किया।
पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ फ़लक ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि मैं यह प्रतिष्ठित सम्मान पाकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ। यह मेरे बरसों की साधना का फल है। ऐसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम हिन्दी भाषा को समृद्ध करने में सार्थक सिद्ध होते हैं। इस भव्य कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकारों से मिलने का सुअवसर प्राप्त हुआ। संस्था के पदाधिकारियों के अनथक प्रयास से यह कार्यक्रम सफलपूर्ण सम्पन्न हुआ। ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रम हमें साहित्य और कर्तव्य के प्रति ज़िम्मेदारी का एहसास कराते हैं। भावी पीढ़ी को साहित्य के प्रति आकर्षित करते हैं। लुधियाना से आगरा तक का सफ़र अविस्मरणीय एवं अद्भुत रहा। ताज महल की भव्यता सदैव मेरी स्मृतियों में बनी रहेगी।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
(१) आपल्या समूहातील ज्येष्ठ लेखिका सौ. पुष्पा प्रभुदेसाई यांच्या “ मैत्र जीवाचे “या पुस्तकाचा, आणि सौ अंजली गोखले यांच्या ” कालातीत दैवी मैत्री “या अनुवादित पुस्तकाचा प्रकाशन समारंभ आज दि. १० ऑक्टोबर २०२४ रोजी सांगलीतील जेष्ठ पत्रकार ” श्री चिंतामणी सहस्त्रबुद्धे” यांच्या शुभहस्ते संपन्न होत आहे.
सौ. पुष्पा प्रभुदेसाई
सौ. अंजली गोखले
आपल्या सर्वांतर्फे या दोन्ही लेखिकांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील अशाच यशस्वी साहित्यिक वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा !!!!!
सुश्री नीलम माणगावे
(२) महाराष्ट्र साहित्य परिषद, शाखा जयसिंगपूर, आणि दक्षिण महाराष्ट्र साहित्य सभा, कोल्हापूर, यांच्या संयुक्त विद्यमाने, आपल्या समूहातील ख्यातनाम ज्येष्ठ लेखिका सुश्री नीलम माणगावेयांच्या “बापू, तुम्ही ग्रेटच“या ‘दीर्घ कवितेच्या‘ पुस्तकाचे नुकतेच प्रकाशन झाले. त्यांचे हे ७५ वे पुस्तक आहे हे इथे विशेषकरून सांगायलाच हवे.
सुश्री नीलम माणगावे
आपल्या सर्वांतर्फे नीलमताईंचे अगदी मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील अशाच जोमदार साहित्यिक वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा !!!!!
– संपादक मंडळ
ई – अभिव्यक्ती, मराठी विभाग
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश‘ को मिलेगा राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान – अभिनंदन ☆
फिरोजाबाद, षष्ठ राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान समारोह-2024 में हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए साहित्यकार श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को “रतन लाल बंसल आलेखश्री अलंकरण-2024” से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान हिंदी गद्य के क्षेत्र में निबंधात्मक आलेख, शोधपरक आलेख, निबंध संग्रह आदि की श्रेष्ठ चयनित कृति के लिए दिया जाता है। श्री प्रकाश को यह सम्मान उनके आलेख संग्रह “सफलता की बातें” के लिए प्रदान किया जाता है।
यह सम्मान 22-23 फरवरी, 2025 को फिरोजाबाद के सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर हिंदी साहित्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई अन्य साहित्यकारों को भी गरिमामयी राष्ट्रीय सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को यह सम्मान मिलने की घोषणा पर साहित्य जगत में हर्ष का वातावरण व्याप्त है। उनके इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए कई साहित्यकारों, लेखकों और उनके शुभचिंतकों ने उन्हें ढेर सारी बधाई दी है।
श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ के बारे में —–
श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ हिंदी साहित्य के एक प्रतिष्ठित लेखक एवम् बाल साहित्यकार हैं। उन्होंने हिंदी साहित्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उनके लेखन में सामाजिक मुद्दों पर गहराई से चिंतन और विश्लेषण किया जाता है। उन्हें पूर्व में मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार श्रीहरिकृष्ण देवसरे, स्वतंत्रता सेनानी ओंकारलाल शास्त्री पुरस्कार, चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट का उपन्यास के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। हाल ही में आपको विश्व रंग के अंतर्गत रबिंद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी द्वारा हिंदी पखवाड़े पर आयोजित प्रतियोगिता में 98 प्रतिशत अंक के साथ प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है।
“सफलता की बातें” के बारे में ——
“सफलता की बातें” श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ का एक प्रेरणात्मक आलेख संग्रह है। इस संग्रह में उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने उत्सवर्धक विचारों को प्रकट किया हैं। इस संग्रह में सफलता, असफलता, जीवन के संघर्षों, प्रेरणा और कई अन्य विषयों पर गहराई से लिखा गया है।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
जबलपुर। व्यंग्य विधा के उन्नयन के लिए समर्पित ‘व्यंग्यम‘ द्वारा 96 वीं मासिक गोष्ठी का आयोजन जय नगर स्थित पाण्डेय निवास में किया गया | गोष्ठी में सर्वप्रथम बुंदेली व्यंग्यकार श्री गुप्तेश्वर द्वारका गुप्त जी ने सभी व्यंंग्यकारों का स्वागत किया। गोष्ठी के प्रारम्भ में व्यंग्यकार श्री विजय तिवारी ‘किसलय’जी ने ‘पोलिटिकल लीडरिटिस सिंड्रोम’, श्री ओ. पी. सैनीजी ने ‘तीज-त्योहार’, श्री जय प्रकाश पाण्डेय जी ने ‘कौआ महासंघ बैठक के मिनिट्स’, रमाकांत ताम्रकारजी ने ‘जात-कुजात’, श्री राकेश सोहम जी ने ‘गणपति के पंडाल में सर्वव्यापी’, श्री सुरेश विचित्र जी ने ‘शुद्धता की गारंटी’,श्री प्रतुल श्रीवास्तवजी ने ‘काश हम सोई कवि होते’, श्री अभिमन्यु जैनजी ने ‘प्रसादम’, श्री के. पी. पांडेजी ने ‘मैं लाठी नहीं लूँगा’ तथा डॉ कुंदन सिंह परिहार जी ने ‘भाग्यवादी होने के फायदे’ शीर्षक वाले व्यंग्य लेखों का पाठ किया।
कार्यक्रम का संचालन यशस्वी व्यंग्यकार श्री सुरेश मिश्र विचित्रजी ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के प्रसिद्ध कथाकार एवं व्यंग्यकार डॉ कुंदन सिंह परिहार जी ने की तथा आभार प्रदर्शन डॉक्टर विजय तिवारी किसलयजी ने किया। व्यंग्यकार यशोवर्धन पाठकजी का सहयोग रहा।कार्यक्रम के अंत में लघुकथाकार व्यंग्यकार डॉ कुंवर प्रेमिल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
साभार – श्री जय प्रकाश पाण्डेय
416 – एच, जय नगर, आई बी एम आफिस के पास जबलपुर – 482002 मोबाइल 9977318765
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
श्री कमलेश भारतीय जी को साहित्य रत्न सम्मान – अभिनंदन
साहित्यकार व हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष श्री कमलेश भारतीय को नोएडा में आयोजित मरवाहा लिटरेरी फेस्टिवल में साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए साहित्य रत्न सम्मान प्रदान किया गया । श्री कमलेश भारतीय को यह सम्मान मरवाहा स्टुडियो व फिल्ममेकर्स व पत्रकारिता संस्थान के संचालक श्री संदीप मरवाहा ने प्रदान किया ।
श्री कमलेश भारतीय मूलत : पंजाब के नवांशहर के रहने वाले हैं पर पिछले सत्ताइस वर्षों से हिसार मे रह रहे हैं । श्री कमलेश भारतीय जी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के हाथों श्रेष्ठ कृति सम्मान, हरियाणा साहित्य अकादमी से श्रेष्ठ पत्रकारिता सम्मान और पंजाब के भाषा विभाग से वर्ष की सर्वोत्तम कथा कृति सम्मान सहित अनेक सम्मान मिल चुके हैं।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री कमलेश भारतीय जी को इस विशिष्ट सम्मान के लिए हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈