☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
☆ व्यंग्यम् जबलपुर की मासिक व्यंग्य गोष्ठी सम्पन्न ☆ साभार – श्री रमाकांत ताम्रकार ☆
जबलपुर। संस्कारधानी में व्यंग्य में रुचि रखने वाले शहर के लब्धप्रतिष्ठ व्यंग्यकारों की उपस्थिति में व्यंग्यम् जबलपुर द्वारा मासिक व्यंग्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी की शुरूआत व्यंग्यकार श्री रमाकांत ताम्रकार जी ने व्यंग्य गोष्ठी के संस्थापक स्व. जय प्रकाश पांडे जी के स्मरण से की। व्यंग्य पाठ की मासिक गोष्ठी में उपस्थित श्री राकेश सोहम जी ने बिन डाटा सब सून, श्री प्रतुल श्रीवास्तव जी ने ज्योतिषाचार्यों की कैद में गृह नक्षत्र, श्री निरंजन द्विवेदी ‘वत्स’ जी ने व्यंग्य जमीर और उसूल बेचते हैं, श्री विजय नेमा ‘अनुज’ जी ने पराजय, आचार्य विजय तिवारी ‘किसलय’ जी ने विद्या वकील, श्री अभिमन्यु जैन जी ने खोटी नीयत, श्री विनोद खंडालकर जी ने रंगों में छिपा अंधविश्वास, श्री यशोवर्धन पाठक जी ने बस एक मिनट में, श्री सुरेश ‘विचित्र’ जी ने सब कुछ ठीक ठाक है, श्री रमाकांत ताम्रकार जी ने देवदूत तथा कार्यक्रम के यशस्वी अध्यक्ष डॉ. कुंदन सिंह परिहार जी ने गुस्ताख हँसी नामक व्यंग्यों का पाठ किया।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ व्यंग्यकार श्री सुरेश विचित्र ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के प्रसिद्ध कथाकर एवं व्यंग्यकार प्रो. कुंदन सिंह परिहार जी ने की तथा आभार श्री प्रतुल श्रीवास्तव जी द्वारा व्यक्त किया गया।
साभार – श्री रमाकांत ताम्रकार, जबलपुर
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈