श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”

(सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश” जी का  हिन्दी बाल -साहित्य  एवं  हिन्दी साहित्य  की अन्य विधाओं में विशिष्ट योगदान हैं।आज प्रस्तुत है सुश्री उषा सोमानी जी  के बाल कहानी संग्रह जादुई बगीचा” की पुस्तक समीक्षा।)

☆ पुस्तक चर्चा ☆ बाल कहानी संग्रह ‘जादुई बगीचा’ – सुश्री उषा सोमानी ☆ समीक्षा – श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’’ ☆

पुस्तक- जादुई बगीचा (बालकहानी-संग्रह)

कहानीकार-  सुश्री उषा सोमानी

प्रकाशक- साहित्यकार, धामणी मार्केट की गली, चौड़ा रास्ता, जयपुर 

मोबाइल नंबर 93142 02010

पृष्ठ संख्या- 120

मूल्य- ₹200

समीक्षक ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश

☆ समीक्षा- जादुई बगीचे में फूलों से सजी कहानियां☆

आपको कहानी सुनाना आना चाहिए। लिखना अपने आप आ जाता है। कहानी, कहानी सुनाने में छुपी रहती है। कहानी कब मस्तिष्क में चढ़कर बोलने लगती है, कहा नहीं जा सकता हैं। जी हां। आपने ठीक समझा। एक ऐसी ही कहानीकारा है उषा सोमानी जी।

इन्होंने कहानी सुनाते-सुनाते कहानी लिखना शुरू किया। फिर लिखती ही चली गई। जिसकी परिणीति ‘जादुई बगीचा’- बालकहानी संग्रह के रूप में हुई। इस बालकहानी संग्रह में 23 कहानियों का गुलदस्ता सजाकर उन्होंने हमारे समक्ष प्रस्तुत किया है।

बहुत ही सुंदर आकर्षक कवर से सजे इस कहानी संग्रह की बढ़िया कहानी हैं- गुम हुए जुगनूओं की चमक। यह पर्यावरण का संदेश देती हुई बेहतरीन कहानी है। इसमें वर्णित दृश्यांकन का चित्रण बहुत ही बढ़िया किया गया है।

इस संग्रह की दूसरी बढिया कहानी है- फड़फड़ भूत। सरल, सहज और रोचक शब्दों में कही गई यह एक अच्छी कहानी है। इसमें जिज्ञासा है। प्रवाह है। सरलता है और कहानी कहने का बहुत ही रोचक ढंग है।

गिरगिट रेस जीत गया- कहानी में बच्चों की गप को आधार बनाकर एक बहुत ही बढ़िया कहानी लिखी है। इसमें रोचकता और प्रवाह अंत तक बना रहता है।

ओल्ड इज गोल्ड- इस कथानक पर डाइनिंग टेबल के बहाने आपने बहुतसी भावनात्मक यादों को बच्चों के समक्ष रखने में सफलता प्राप्त की है।

नारियल की गवाही-शीर्षक कहानी हमारे मन में पढ़ने के लिए उत्सुकता जगाती है। इस उत्सुकता में पाठक कहानी को अंत तक पढ़ जाता है। तब उसे मालूम होता है नारियल ने गवाही कैसे दी?

जहां चाह, वहां राह- एक आदिवासी बच्चे की मदद को प्रेरित करती हुई बढ़िया कहानी। बदलाव- कहानी में शरारती प्रवृत्ति को प्रमुखता से उठाया गया है। बच्चे अक्सर स्कूल में शरारत करते हैं। मगर शरारत का आप का प्रयोग अभिनव व नया है।

कुदरत का करिश्मा- में बच्चों की एक अनोखी प्रवृत्ति का उल्लेख किया गया है। आजकल बच्चे मुहावरे भूलते जा रहे हैं। उन्हें मुहावरे का अर्थ और मुहावरें याद नहीं रहते हैं। आपने -कुदरत का करिश्मा, कहानी में मुहावरा का अच्छा प्रयोग किया है।

सूझबूझ ने बचाई जान- कहानी में एक यादगार जानकारी अनोखे रूप से दी गई है। इस कारण वह जानकारी स्थाई रुप से दिमाग में बैठ जाती है। आपने इसी का उपयोग करके 108 एंबुलेंस की जानकारी को कहानी में पिरोया है। आपका यह प्रयास अति उत्तम है।

खिल गए रंग- किसी दूसरे के चेहरे पर खुशियों की मुस्कान लाने की शानदार कौशिश है। आज की भागमभाग युग में यह अब नहीं हो पा रहा है। इसी को सीख देती बेहतरीन कहानी के लिए हार्दिक बधाई।

जादुई बगीचा- बच्चे जादू को बहुत पसंद करते हैं। उन्हें खेलना, कूदना और रेस लगाना अच्छा लगता है। इसी भाव को पिरोते हुए आपने अच्छी कहानी कही है।

देख कर जी ललचाए- गिन्नी बिल्ली की यह शुद्ध मनोरंजन कहानी बहुत ही अच्छी बनी है। इससे बच्चों का अच्छा मनोरंजन होता है।

लौट के घर आई राजकुमारी- बच्चों को कल्पना की उड़ान कराती बहुत ही अच्छी कहानी कही है। इसमें परंपरागत रूप से जादू का बहुत ही अच्छा उपयोग किया है।

जलपरी से मुलाकात- इस कहानी में बच्चों में जलपरी से मुलाकात की जिज्ञासा को जागृत किया है। यह होती भी है या नहीं? बहुत कुछ जानने को उत्सुक जगाती कहानी है।

दोहरी फसल- धान की रोपाई के साथ दोस्ती की फसल। एक अनोखा संगम। बहुत बढ़िया कहानी हैं।

महंगी पड़ी शरारत- शरारत को दर्शाती यह कहानी जानदार और जानकारी पूर्ण है। कैटरपिलर और उसके काँटे के बारे में आपने बहुत खूब लिखा है।

हौसले की उड़ान- चिंकी के हौसले की उड़ान को आपने क्रिकेट की कहानी में बहुत ही खूबसूरती से पिरोया है।

पेड़ों का रसोईघर- प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को बहुत ही सीधे, सरल सहज व सीधे ढंग में समझाया गया है। यह कहानी की एक बहुत ही बड़ी विशेषता है।

फूल फिर मुस्कराने लगे- परी के द्वारा बगीचे और फूलों को लेकर एक बहुत ही बढ़िया कथानक बुना गया है। इसमें फूलों की चिंता और उनके मनोरंजन को बहुत खूबसूरती से उल्लेख किया गया है।

मिस मुर्गी की दुकान- यह बहुत ही मनोरंजक और दिलचस्प कहानी है। ऐसी कहानियां बच्चे बहुत पसंद करते हैं। मित्र की पहचान- मुसीबत में ही सच्चे मित्र की पहचान होती है। इसी कथानक को लेकर बुनी गई आपकी यह कहानी बिल्कुल सरल, सहज व अच्छी है।

गधे का सपना- अपनी उपयोगिता सिद्ध करने को लेकर लिखी गई बहुत ही अच्छी कहानी। हरेक की अपनी उपयोगिता और सर्व श्रेष्ठता होती है। यही कहानी दर्शाती है। डॉ राधाकृष्णन- डॉक्टर राधाकृष्णन पर शिक्षक दिवस पर लिखी गई सार-संक्षिप्त और बढ़िया कहानी है।

उत्तम आवरण से सजे इस कहानी संग्रह में बीच-बीच में रेखा चित्र दिए गए हैं। उत्तम साजसज्जा एवं त्रुटिरहित छपाई ने कहानी संग्रह की पठनीयता में वृद्धि की है। इस संग्रह के लिए आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

© ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”

26-03-2023

मित्तल मोबाइल के पास, रतनगढ़,  जिला- नीमच (मध्य प्रदेश), पिनकोड-458226 

मोबाइल नंबर 7024047675, 8827985775

संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

image_print
0 0 votes
Article Rating

Please share your Post !

Shares
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments