सूचनाएँ/Information

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

बापू की पाती का विमोचन एवं सम्मान समारोह संपन्न

सवाई माधोपुर। त्रिनेत्र गणेश की नगरी में फ़र्न रिसोर्ट होटल में बापू की पाती सहित सात पुस्तकों का विमोचन समारोह समृद्ध मंचस्थ मुख्य अतिथि- डाक अधीक्षक प्रियंका गुप्ता, वरिष्ठ साहित्यकार बजरंग सोनी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक सक्सेना, बाल साहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश, गुजराती अनुवादक प्रभा पारीक, गजलकार मुजीब अता आजाद ,पुस्तक के संपादक चंद्र मोहन उपाध्याय, उपखण्ड अधिकारी कपिल शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ सूरज सिंह नेगी के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।

इस गरिमामय कार्यक्रम का आरंभ भारतीय परंपरा अनुसार आराध्य देवी के श्री चरणों में दीप प्रज्वलित कर हुआ। तत्पश्चात छाया शर्मा द्वारा अनोखे अंदाज व लय-ताल के साथ सरस्वती वंदना का गायन किया गया। मंचासीन अतिथियों को शाल, माल्यार्पण व त्रिनेत्र गणेश जी की आकर्षक तस्वीर द्वारा स्वागत सत्कार सम्मानीय मेजबान सूरज सिंह नेगी, शिवराज कुर्मी, डॉक्टर मीणा सिरोला द्वारा भारतीय परंपरा का निर्वहन कर गरिमा पूर्ण ढंग से किया गया।

गांधीजी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं इसी को रेखांकित करते हुए नेगी जी ने अपने स्वागत भाषण में पाती मुहिम और बापू की पाती अपने सारगर्भित उद्बोधन दे कर कार्यक्रम की प्रभावशीलता में श्री वृद्धि की। वही आशा शर्मा अंशु ने अपने पुत्र की श्री वृद्धि को याद करते हुए स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर अपने हौसले को कायम रखने का भरपूर प्रयास किया है। आज समय चले गए अपने पुत्र की यादों ने उनकी आंखों के साथ-साथ श्रोताओं आंखों को भी नम कर दिया।

अब तक कार्यक्रम अपनी ऊंचाई छू रहा था। इसी को गति प्रदान करते हुए वीडियो क्लिप के  माध्यम से पाती मुहिम के अब तक के सफर को  प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। तत्पश्चात पुस्तक  बापू की चिट्ठी का विमोचन   अतिथियों द्वारा  किया गया। जिसकी सारगर्भित समीक्षा जयसिंह आशावत द्वारा प्रस्तुत करके 73 पत्रों का सार संक्षेप सभी के सम्मुख पूरी सार्थकता को कायम रखते हुए प्रस्तुत किया। तत्पश्चात प्रभा पारीक द्वारा अनूदित पुस्तक-रिश्तों की आँच, के गुजराती संस्करण का अनावरण किया गया। प्रभा पारीक पुस्तक- शॉप या वरदान की कहानियां इसी दौरान विमोचन हुआ।

अशोक सक्सेना ने पाती की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि हम पाती का महत्व जानते थे पर उसे जन-जन तक पहुंचाने का काम नेगी जी ने किया है। वहीं ‘राम कथा एवं तुलसी साहित्य’ के रचनाकार देवदत्त शर्मा, अनहद नाद – भावना शर्मा की पुस्तक के विमोचन के पश्चात मुजीब अता आजाद ने गांधी जी की प्रासंगिकता व गजल से सभी का मन मोह लिया।

जिंदगीनामा की लेखिका प्रियंका गुप्ता ने पुस्तक के विमोचन के पश्चात अपनी लेखन यात्रा और डाकघर की पाती प्रतियोगिता की बेहतरीन, उम्दा जानकारी अपने रोचक अंदाज में प्रस्तुत की। बजरंग सोनी ने अपने चुटीले अंदाज, रोचक शायराना शैली से पाती मुहिम की महत्ता पर प्रकाश डाला।  वहीं ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ ने गांधीजी के प्राकृतिक सिद्धांत को रेखांकित करते हुए पाती मुहिम को रेखांकित किया है।

तत्पश्चात इंदु , प्रदीप गुप्ता की पुस्तक- गलती से मिस्टेक, के विमोचन के उपरांत प्रभा पारीक ने अपनी अनुवाद की गई पुस्तक के रोचक, खट्टे-मीठे अनुभव से सभी के मन मोह लिया। कार्यक्रम के अंत में बापू की पाती (मेरी जुबानी) पुस्तक के पत्र लेखक सहभागियों को मंचस्थ अतिथियों द्वारा प्रमाण-पत्र, बापू की पाती पुस्तक की लेखकीय प्रति व त्रिनेत्र गणेश जी की आकर्षक तस्वीर भेंट करके 73 रचनाकार साथियों को सम्मानित किया गया। इस समारोह का सबसे गौरवशाली क्षण था।

इस पाती मुहिम मेंअपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए संदीप जैन, शिवराज कुर्मी, राजेंद्र प्रसाद जैन, नीना छिब्बर, नीलम सपना शर्मा, रेखा शर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रमोहन उपाध्याय ने अपने संपादकीय व नवीन सहयोगी अनुभव के साथ किया। अंत में सभी ने सहभोज के साथ इस गरिमामई कार्यक्रम से प्रस्थान कर इसका समापन किया।

 

साभार –  श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”

13-03-2022

पोस्ट ऑफिस के पास, रतनगढ़-४५८२२६ (नीमच) म प्र

ईमेल  – [email protected] मोबाइल – 9424079675

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

image_print
0 0 votes
Article Rating

Please share your Post !

Shares
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments