श्री एस के कपूर “श्री हंस”

☆ “श्री हंस” साहित्य # 96 ☆

☆ मुक्तक ☆ ।।युग पुरूष स्वामी विवेकानंद जी की जयंती (12 जनवरी)।। ☆ श्री एस के कपूर “श्री हंस” ☆ 

।। राष्ट्रीय युवा दिवस।।

[1]

अल्प आयु में ही दिया था, अमर दर्शन इतिहास।

देश भारत को किया था, सर्व विश्व सुविख्यात।।

स्वामी रामकृष्ण परमहंस के, वे सर्वसिद्ध अनुयायी।

स्वामी विवेकानंद नाम से, हुए विश्व में विख्यात।।

[2]

युवा पीढ़ी की सोच अध्यात्म, का अनुपम मेल।

शिकागो सम्मेलन में चली, विचारों की अदभुत रेल।।

नवभारत निर्माण संकल्प, लिया यौवनकाल में ही।

नरेंद्र बने स्वामी विवेकानंद था, दर्शन का अलौकिक खेल।।

© एस के कपूर “श्री हंस”

बरेलीईमेल – Skkapoor5067@ gmail.com, मोब  – 9897071046, 8218685464

संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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